रेलवे ट्रैक पर हाथियों की मौत को रोकने के लिए स्थायी निकाय का गठन
- 01 Apr 2022
केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने रेल पटरियों पर हाथियों की मौत को रोकने के लिए एक ‘स्थायी’ समन्वय समिति का गठन किया है, जिसमें रेल और पर्यावरण मंत्रालयों के प्रतिनिधि शामिल हैं।
(Image Source: https://www.theweek.in/)
महत्वपूर्ण तथ्य: केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव ने यह जानकारी 28 मार्च, 2022 को लोक सभा में दी।
- केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने कहा कि 2018-19 में रेलवे ट्रैक पर देश भर में 19, 2019-20 में 14 और 2020-21 में 12 हाथियों की मौत हुई।
- रेलवे पर एक स्थायी समिति ने 2013 में टकराव की संभावना को कम करने के लिए अतिसंवेदनशील स्थानों पर ट्रेनों की गति को 50 किलोमीटर प्रति घंटे या उससे कम तक सीमित करने की सिफारिश की थी।
हाथियों की मौत की रोकथाम के लिए उठाए गए कदम: चिन्हित किए गए हाथी गलियारों और आवासों में स्थायी और अस्थायी गति (स्पीड) प्रतिबंध लगाना;
- चिन्हित स्थानों पर हाथियों की आवाजाही के लिए अंडरपास और रैंप बनाना;
- चयनित स्थानों पर बाड़ लगाना;
- चिन्हित किए गए हाथी गलियारों के बारे में ट्रेन चालकों को चेतावनी देने के लिए साइनेज (संकेतक) लगाना;
- हाथियों के साथ ट्रेन की टक्कर से बचने के लिए ट्रेन के चालक दल और स्टेशन मास्टरों को संवेदनशील बनाना;
- और रेलवे भूमि के भीतर ट्रैक के किनारों पर वनस्पति/झाड़ी आदि को साफ करना।
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