कश्मीरी पंडितों का पुनर्वास
- 28 Mar 2022
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 19 मार्च, 2022 को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ बैठक के दौरान कश्मीरी पंडितों सहित कश्मीरी प्रवासियों के पुनर्वास की प्रगति की समीक्षा की।
(Image Source: https://twitter.com/AmitShah)
महत्वपूर्ण तथ्य: केंद्रीय गृह मंत्री केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 83वें स्थापना दिवस परेड में भाग लेने के लिए जम्मू में थे।
- केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार, पिछले सात सालों में कश्मीरी पंडितों के लिए प्रस्तावित आवास का सिर्फ 17 फीसदी ही पूरा हुआ है।
- 2015 में घोषित प्रधानमंत्री विकास पैकेज के तहत केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के कश्मीरी प्रवासियों के लिए 3,000 सरकारी नौकरियों के सृजन को मंजूरी दी थी। अब तक 1,739 प्रवासियों को नियुक्त किया गया है और 1,098 अन्य को नौकरियों के लिए चुना गया है।
- 2008 में मनमोहन सिंह सरकार द्वारा प्रवासियों के लिए इसी तरह के रोजगार पैकेज की घोषणा की गई थी, जिसके तहत स्वीकृत 3,000 पदों में से 2,905 पदों को भरा गया था।
- बढ़ते आतंकवादी हमलों और समुदाय के खिलाफ हिंसा के कारण 1990 के बाद से बड़ी संख्या में पंडितों को कश्मीर घाटी छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
- 2020 की संसदीय पैनल की एक रिपोर्ट के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में 64,827 पंजीकृत प्रवासी परिवार हैं - जिनमें 60,489 हिंदू परिवार, 2,609 मुस्लिम परिवार और 1,729 सिख परिवार शामिल हैं।
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