नीति आयोग विकसित कर रहा है राष्ट्रीय लिंग सूचकांक
- 24 Mar 2022
नीति आयोग एक ‘राष्ट्रीय लिंग सूचकांक’ (National Gender Index) विकसित करने की प्रक्रिया में है।
महत्वपूर्ण तथ्य: राष्ट्रीय लिंग सूचकांक का उद्देश्य लैंगिक समानता में लगातार हो रहे अंतर की पहचान करना और इसकी प्रगति को मापना तथा इससे संबंधित नीति तैयार करने में सरकार की मदद करना है।
- यह सूचकांक परिभाषित लैंगिक मानदंडो पर राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों की प्रगति को मापने के लिए एक उपकरण के रूप में काम करेगा।
- इस सूचकांक को सतत विकास लक्ष्यों के ढांचे के साथ जोड़ा जाएगा।
राज्य ऊर्जा और जलवायु सूचकांक: नीति आयोग ने ‘राज्य ऊर्जा और जलवायु सूचकांक’ का मसौदा भी तैयार किया है।
- यह सूचकांक डिस्कॉम की व्यवहार्यता और प्रतिस्पर्धा; ऊर्जा की पहुंच, सामर्थ्य और विश्वसनीयता; स्वच्छ ऊर्जा पहल; ऊर्जा दक्षता; उत्पादन क्षमता; और पर्यावरणीय स्थिरता और नई पहल जैसे संकेतकों पर राज्यों के प्रदर्शन का आकलन करेगा।
- सूचकांक राज्यों को अपने ऊर्जा संसाधनों का कुशलतापूर्वक प्रबंधन करने में मदद करेगा।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे