आईसीएमआर और दो अमेरिकी राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थानों के बीच समझौता
- 21 Mar 2022
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 9 मार्च, 2022 को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज (NIAID), नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ ऑफ डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विसेज, अमेरिका के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन को मंजूरी दी।
समझौता ज्ञापन का उद्देश्य: सहयोग मुख्य रूप से चेन्नई में आईसीएमआर के राष्ट्रीय क्षय रोग अनुसंधान संस्थान में वैज्ञानिक क्षेत्र में किया जाएगा।
- सहयोग के केंद्र में तपेदिक, परजीवी संक्रमण, एचआईवी/एड्स, एलर्जी रोग, प्रतिरक्षा प्रणाली रोग, अन्य उभरते और फिर से उभरते रोगजनक, और अन्य रोग शामिल हैं।
महत्वपूर्ण तथ्य: भारत-अमेरिका संयुक्त वक्तव्य पर मूल रूप से 2003 में चेन्नई में इंटरनेशनल सेंटर फॉर एक्सीलेंस इन रिसर्च (ICER) की स्थापना के लिए हस्ताक्षर किए गए थे। इसे 2008 में विस्तारित किया गया था और 2017 में फिर से नवीनीकृत किया गया था। अब इसे समझौता ज्ञापन के रूप में नवीनीकृत किया गया है।
- ICER चेन्नई में स्थित है और यह NIAID और आईसीएमआर के राष्ट्रीय क्षय रोग अनुसंधान संस्थान के बीच एक साझेदारी है।
- भारतीय वैज्ञानिकों/शोधकर्ताओं/छात्रों को ICER कार्यक्रम के अंतर्गत चलने वाली सहयोगी अनुसंधान परियोजनाओं के तहत तपेदिक और अन्य रोग के क्षेत्रों में विभिन्न तकनीक सीखने/कौशल विकास और क्षमता निर्माण में मदद मिलेगी।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे