ईआईयू लोकतंत्र सूचकांक 2021
- 07 Mar 2022
इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट ने 10 फरवरी, 2022 को 'ईआईयू लोकतंत्र सूचकांक 2021' (EIU’s Democracy Index 2021) जारी किया।
महत्वपूर्ण तथ्य: यह सूचकांक यूनाइटेड किंगडम स्थित एक निजी कंपनी ‘इकोनॉमिस्ट ग्रुप’ के अनुसंधान प्रभाग, इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट (ईआईयू) द्वारा संकलित किया जाता है।
- सूचकांक दुनिया भर में लोकतंत्र के लिए निरंतर चुनौतियों पर प्रकाश डालता है, जिसमें कोरोनोवायरस महामारी का दबाव और सत्तावादी शासन विकल्पों के लिए बढ़ता समर्थन शामिल है।
- दुनिया की आधी से भी कम (45.7%) आबादी अब किसी न किसी प्रकार के लोकतांत्रिक शासन में रहती है।
- यह सूचकांक 60 संकेतकों पर आधारित है, जिन्हें पांच मापदंडों में बांटा गया है। ये हैं- चुनावी प्रक्रिया और बहुलवाद, सरकार के कामकाज, राजनीतिक भागीदारी, राजनीतिक संस्कृति और नागरिक स्वतंत्रता।
- लोकतंत्र सूचकांक में नॉर्वे पहले स्थान पर है, उसके बाद न्यूजीलैंड, फिनलैंड, स्वीडन और आइसलैंड हैं।
- अफगानिस्तान सूचकांक में अंतिम 167वें स्थान पर है, उसके बाद म्यांमार 166वें और उत्तर कोरिया 165वेंस्थान पर है।
भारत की स्थिति: लोकतंत्र सूचकांक 2021 में भारत 46वें स्थान पर है।
- भारत का स्कोर 6.91 है। राजनीतिक संस्कृति के मानदंड पर इसका स्कोर सबसे कम (5) और चुनावी प्रक्रिया और बहुलवाद के मानदंड पर उच्चतम (8.67) है।
- नागरिक स्वतंत्रता, राजनीतिक भागीदारी और सरकार के कामकाज के मानकों पर भारत का स्कोर क्रमशः 6.18, 7.22 और 7.50 है।
- भारत 2020 के सूचकांक में 53वें स्थान पर था।
- जीके फैक्ट: रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया की एक तिहाई से अधिक (37.1%) आबादी सत्तावादी (authoritarian) शासन में रहती है।
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