कम कार्बन फुटप्रिंट के साथ हाइड्रोजन उत्पादन तकनीक
- 05 Mar 2022
10 फरवरी, 2022 को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अनुसार इंटरनेशनल एडवांस्ड रीसर्च सेन्टर फॉर पाउडर मेटलर्जी एंड न्यू मैटीरियल्स (ARCI) के वैज्ञानिकों ने कम कार्बन फुटप्रिंट के साथ हाइड्रोजन उत्पादन के लिए ऊर्जा कुशल पद्धति विकसित की है।
(Image Source: https://www.bloomenergy.com/)
महत्वपूर्ण तथ्य: भारतीय वैज्ञानिकों ने उच्च शुद्धता (99.99%) वाले हाइड्रोजन के उत्पादन की एक ऐसी पद्धति विकसित की है, जिसमें मेथेनॉल और पानी का मिश्रण किया जाता है।
- यह पद्धति पानी के इलेक्ट्रोलाइसिस में आवश्यक विद्युत ऊर्जा का केवल एक तिहाई उपयोग करती है।
- गैसोलीन, डीजल, तरल पेट्रोलियम गैस जैसे रासायनिक ईंधनों की क्षमता 12-14 किलोवॉट घंटा प्रति किलोग्राम ही होती है। इन रासायनिक ईंधन की तुलना में हाइड्रोजन अपने उच्च विशिष्ट ऊर्जा मूल्य 40 किलोवॉट घंटा प्रति किलोग्राम के कारण अधिक ध्यान आकर्षित कर रहा है।
- हाइड्रोजन में जो सबसे ज्यादा कच्चा माल होता है, वह पानी है। यह प्राकृतिक गैस, पेट्रोलियम और बायोमास में भी मौजूद होता है तथा ये सभी हाइड्रोजन पैदा करने के स्रोत बन सकते हैं।
- ARCI भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग का एक स्वायत्तशासी संस्थान है। इस तकनीक का ARCI द्वारा पेटेंट कराया गया है।
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