सस्टेनेबल सिटीज इंडिया प्रोग्राम
- 05 Mar 2022
विश्व आर्थिक मंच (WEF) और शहरी मामलों के राष्ट्रीय संस्थान (NIUA) ने संयुक्त रूप से डिजाइन किए गए 'सस्टेनेबल सिटीज इंडिया प्रोग्राम' (Sustainable Cities India program) पर सहयोग करने के लिए 24 फरवरी, 2022 को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
- महत्वपूर्ण तथ्य: 'सस्टेनेबल सिटीज इंडिया प्रोग्राम' का उद्देश्य शहरों को एक व्यवस्थित और टिकाऊ तरीके से कार्बन मुक्त करने में सक्षम बनाना है, जो उत्सर्जन को कम करेगा और लचीला और न्यायसंगत शहरी पारिस्थितिक तंत्र प्रदान करेगा।
- विश्व आर्थिक मंच और एनआईयूए दो वर्षों में पांच से सात भारतीय शहरों के संदर्भ में फोरम की 'सिटी स्प्रिंट प्रक्रिया' (City Sprint process) और समाधान के टूलबॉक्स (Toolbox of Solutions) को कार्बन मुक्त करने के लिए अनुकूलित करेंगे।
- सिटी स्प्रिंट प्रक्रिया बहु-क्षेत्रीय, बहु-हितधारक कार्यशालाओं की एक शृंखला है, जिसमें व्यवसाय, सरकार और नागरिक समाज की प्रमुख हस्तियों को शामिल किया जाता है, ताकि विशेष रूप से स्वच्छ विद्युतीकरण और वितरण के माध्यम से डीकार्बोनाइजेशन को सक्षम किया जा सके।
- विश्व आर्थिक मंच की वैश्विक जोखिम रिपोर्ट 2022 के अनुसार, भारत जैसे घनी आबादी वाले देश, जो कृषि पर अत्यधिक निर्भर हैं, विशेष रूप से जलवायु असुरक्षा की चपेट में हैं।
- विश्व आर्थिक मंच के नेट जीरो कार्बन सिटीज मिशन का लक्ष्य स्वच्छ विद्युतीकरण और वितरण के लिए एक सक्षम वातावरण बनाना है, जिसके परिणामस्वरूप शहर कार्बन मुक्त और लचीले हो सकें।
- 1976 में स्थापित, शहरी मामलों का राष्ट्रीय संस्थान (NIUA) शहरी नियोजन और विकास पर भारत का प्रमुख राष्ट्रीय थिंक टैंक है।
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