स्कैन टनल
- 19 Feb 2022
फरवरी 2022 में बिहार सरकार पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल तथा नेपाल से शराब की तस्करी को रोकने के लिए 'स्कैन टनल' (scan tunnels) के उपयोग पर विचार कर रही है।
- ज्ञात हो कि पिछले चार महीनों में अवैध शराब के सेवन से कम से कम 60 लोगों की जान चली गई और राज्य में शराबबंदी लागू होने के बाद से पांच वर्षों में 1.93 करोड़ लीटर से अधिक शराब जब्त की गई है।
- 100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से 5 स्कैन टनल का निर्माण डोभी और रजौली (झारखंड - बिहार), गोपालगंज और भभुआ (उत्तर प्रदेश-बिहार) और दलखोला (बिहार - पश्चिम बंगाल) में सीमा प्रवेश बिंदुओं (entry point) पर किया जाएगा।
- स्कैन टनल एक बड़े कृत्रिम गलियारे की तरह होगा, जिससे होकर माल ढुलाई वाले ट्रक या अन्य वाहन गुजरेंगे।
- यह हवाई अड्डे पर लगे स्कैनिंग सिस्टम की तरह काम करेगा और ऊपर और दोनों साइड से ट्रक की पूरी बॉडी को स्कैन करेगा।
- स्कैन टनल हाई-टेक कैमरों के साथ औद्योगिक तकनीक पर आधारित है, जो हर तरफ से पार्सल की तस्वीरें ले सकता है और सॉफ्टवेयर की मदद से बारकोड में उत्पाद की जानकारी हासिल कर सकता है।
- राज्य में अवैध शराब निर्माताओं का पता लगाने के लिए आबकारी और निषेध प्रवर्तन विभाग पहले से ही ड्रोन का उपयोग कर रहे हैं।
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