लस्सा बुखार
- 18 Feb 2022
11 फरवरी,2022 को यूनाइटेड किंगडम में लस्सा बुखार (Lassa fever) से पीड़ित तीन व्यक्तियों में से एक की मृत्यु हो गई है। इन मामलों को पश्चिम अफ्रीकी देशों की यात्रा से जोड़ा गया है।
- लस्सा बुखार पैदा करने वाला वायरस पश्चिम अफ्रीका में पाया जाता है और इसे पहली बार 1969 में नाइजीरिया के लस्सा में खोजा गया था।
- यह बुखार चूहों द्वारा फैलता है और मुख्य रूप से सिएरा लियोन, लाइबेरिया, गिनी और नाइजीरिया सहित पश्चिम अफ्रीका के देशों में पाया जाता है, जहां यह (लस्सा बुखार) स्थानिक है।
- किसी संक्रमित चूहे के मल या मूत्र से दूषित भोजन या घरेलू सामान के संपर्क में आने से एक व्यक्ति संक्रमित हो सकता है।
- यह कभी- कभार किसी बीमार व्यक्ति के संक्रमित शारीरिक तरल पदार्थ या आंख, नाक या मुंह जैसे श्लेष्म झिल्ली के संपर्क में आने से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है।
- इसके हल्के लक्षणों में हल्का बुखार, थकान, कमजोरी और सिरदर्द शामिल हैं और अधिक गंभीर लक्षणों में रक्तस्राव, सांस लेने में कठिनाई, उल्टी, चेहरे की सूजन, छाती, पीठ और पेट में दर्द शामिल हैं।
- लक्षणों की शुरुआत के दो सप्ताह में रोगी की मृत्यु हो सकती है, आमतौर पर बहु-अंग विफलता के परिणामस्वरूप। संक्रमण से बचाव का सबसे अच्छा तरीका चूहों के संपर्क से बचना है।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे