2021 के दौरान भारत की जलवायु पर वक्तव्य
- 20 Jan 2022
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 14 जनवरी, 2022 को '2021 के दौरान भारत की जलवायु पर वक्तव्य' (Statement on Climate of India during 2021) जारी किया।
महत्वपूर्ण तथ्य: वर्ष 2021 भारत में 1901 के बाद से पांचवां सबसे गर्म वर्ष रहा, जिसमें देश का वार्षिक औसत वायु तापमान सामान्य से 0.44 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया।
- वर्ष 2021 के दौरान बाढ़, चक्रवाती तूफान, भारी बारिश, भूस्खलन, बिजली गिरने जैसी चरम मौसमी घटनाओं के कारण देश में 1,750 लोगों की मौत हुई।
- 1901 में राष्ट्रव्यापी रिकॉर्ड रखने की शुरुआत के बाद से वर्ष 2021 पांचवां सबसे गर्म वर्ष रहा। सर्दियों और मानसून के बाद के मौसम में गर्म तापमान (warm temperature) ने मुख्य रूप से इसमें योगदान किया है।
- 2016 में, देश में वार्षिक औसत वायु तापमान सामान्य से 0.71 डिग्री सेल्सियस अधिक था, जो 1901 के बाद से सबसे गर्म वर्ष रहा है।
- इसके बाद क्रमश: सबसे गर्म वर्ष 2009 (+0.55 डिग्री सेल्सियस), 2017 (+0.541 डिग्री सेल्सियस), 2010 (+0.539 डिग्री सेल्सियस) और 2021 (+0.44 डिग्री सेल्सियस) रहे।
- गरज और बिजली की घटनाओं से 2021 में भारत में 787 लोगों की मौत हुई, जबकि भारी बारिश और बाढ़ से संबंधित घटनाओं में 759 लोगों की मौत हुई है।
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