नीति आयोग ने किया संयुक्त राष्ट्र खाद्य कार्यक्रम के साथ आशय घोषणापत्र पर हस्ताक्षर
- 03 Jan 2022
नीति आयोग ने संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) के साथ 20 दिसंबर, 2021 को एक आशय घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किये हैं।
साझेदारी का लक्ष्य: मोटे अनाज को मुख्यधारा में लाने पर ध्यान केन्द्रित करना और 2023 के अंतरराष्ट्रीय कदन्न वर्ष (International Year of Millet) होने के नाते भारत को ज्ञान के आदान-प्रदान के क्षेत्र में विश्व का नेतृत्व करने में समर्थन प्रदान करना।
- छोटी जोत के किसानों के लिये सतत आजीविका के अवसर बनाना, जलवायु परिवर्तन को देखते हुये क्षमताओं को अपनाना और खाद्य प्रणाली में बदलाव लाना।
- भारत में खाद्य और पोषण सुरक्षा में वृद्धि के लिए जलवायु अनुकूल कृषि को मजबूत करने के लिए नीति आयोग और डब्ल्यूएफपी के बीच रणनीतिक और तकनीकी सहयोग पर ध्यान केंद्रित करना।
- इस साझेदारी के परिणामों को चार चरणों में हासिल किया जाएगा।
अन्य तथ्य: मोटे अनाज या कदन्न फसलों (ज्वार, बाजरा, रागी, मड़ुवा, सावां, कोदों, कुटकी, कंगनी, चीना आदि मोटे अनाज) के महत्त्व को पहचान कर इनके उत्पादन को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य सेभारत सरकार ने 2018 को कदन्न वर्ष के रूप में मनाया था। भारत सरकार ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में 2023 को अंतरराष्ट्रीय कदन्न दिवस के रूप में घोषित करने के प्रस्ताव का नेतृत्व भी किया था।
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