वर्ष 2021 के लिए 56वां ज्ञानपीठ पुरस्कार
- 20 Dec 2021
प्रख्यात असमिया कवि नीलमणि फूकन जूनियर को वर्ष 2021 के 56वें ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
(Image Source: https://indianexpress.com/)
- भारत का सर्वोच्च साहित्यिक पुरस्कार 'ज्ञानपीठ' लेखकों को "साहित्य के प्रति उनके उत्कृष्ट योगदान" के लिए हर साल दिया जाता है।
- प्रसिद्ध कवि फूकन ने 'सूर्य हेनु नामि अहे ए नोडियेदी' (Surya Henu Nami Ahe Ei Nodiyedi), 'गुलापी जमुर लग्न', और 'कोबिता' का लेखन किया है।
- वे असम के एक अग्रणी कला समीक्षक हैं, जिनका कार्य लोककथाओं और लोक कला पर केंद्रित है।
- 90 वर्षीय फूकन को 1990 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया था और 2002 में उन्हें साहित्य अकादमी फैलोशिप प्रदान की गई थी।
- फूकन ज्ञानपीठ प्राप्त करने वाले तीसरे असमिया लेखक हैं। इससे पहले 1979 में ‘बीरेंद्र कुमार भट्टाचार्य’ और 2000 में ‘ममोनी रईसम गोस्वामी’ को ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गयाथा।
- महान मलयालम कवि 'जी शंकर कुरुप' 1965 में ज्ञानपीठ पुरस्कार के पहले प्राप्तकर्ता थे।
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