फार्मा क्षेत्र पर सीसीआई का बाजार अध्ययन
- 23 Nov 2021
नवंबर 2021 में भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने भारत में जेनेरिक दवाओं के बीच मूल्य प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए एक 'राष्ट्रीय डिजिटल ड्रग्स डेटा बैंक' ( National Digital Drugs Databank) बनाने और दवा गुणवत्ता मानकों को सख्ती से लागू करने की सिफारिश की है।
(Image Source: https://www.expresspharma.in/)
महत्वपूर्ण तथ्य: सीसीआई ने पाया कि जेनेरिक दवाओं का बाजार मूल्य प्रतिस्पर्धा के बजाय ब्रांड प्रतिस्पर्धा से प्रेरित होता है, जबकि ऐसी दवाएं कार्यात्मक और रासायनिक रूप (functionally and chemically) से एक समान होती हैं।
- सीसीआई के अध्ययन के अनुसार भारत में जेनेरिक दवाओं सहित फार्मास्यूटिकल्स पर किया जाने वाला खर्चा स्वास्थ्य देखभाल पर किए जाने वाले खर्चे का लगभग 43.2% और देश में कुल स्वास्थ्य खर्च का लगभग 62.7% है।
- रिपोर्ट में कहा गया है कि अन्य निर्माता खुदरा विक्रेताओं के लिए व्यापार मार्जिन के माध्यम से बिक्री की मात्रा बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जिससे उन्हें अपने ब्रांडों की बिक्री के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
- सीसीआई के अनुसार 2018 में ऑनलाइन फार्मेसीज की हिस्सेदारी 2.8% थी, जबकि महामारी से पहले के 35 लाख घरों की तुलना में महामारी के दौरान 88 लाख घरों में ऑनलाइन फार्मेसी सेक्टर की पहुंच का विस्तार हुआ है।
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