भास्कराचार्य राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुप्रयोग और भू-सूचना संस्थान
- 19 Nov 2021
भारतीय सेना ने 9 नवंबर, 2021 को गुजरात में गांधीनगर स्थित ‘भास्कराचार्य राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुप्रयोग और भू-सूचना संस्थान’ (Bhaskaracharya National Institute for Space Applications and Geo-informatics: BISAG-N) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
(Image Source: https://bisag-n.in/)
- BISAG-N एक स्वायत्त वैज्ञानिक सोसायटी है, जो भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रौद्योगिकी विकास और प्रबंधन, अनुसंधान और विकास, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सहयोग की सुविधा, क्षमता निर्माण औरप्रौद्योगिकी हस्तांतरण और उद्यमिता विकास के लिए भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 के तहत पंजीकृत है।
- BISAG-N का उद्देश्य भू-स्थानिक प्रौद्योगिकियों और भू-स्थानिक डेटा के आधार पर जमीनी स्तर के अनुप्रयोगों को केंद्र और राज्य स्तर पर ई-गवर्नेंस में शामिल करना है।
- BISAG-N के तीन मुख्य डोमेन क्षेत्र हैं: उपग्रह संचार, भू-सूचना विज्ञान और भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी।
- BISAG-N ने अप्रैल 1997 में अपना संचालन शुरू किया। अब, यह ISO 9001: 2008, ISO 27001: 2005 और CMMI: [Level 5] प्रमाणित संस्थान के रूप में विकसित हो गया है।
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