मास्टिटिस
- 26 Oct 2021
गुजरात के एक किसान द्वारा साझा की गई स्वदेशी जानकारी का उपयोग करते हुए, दुधारू पशुओं की एक संक्रामक बीमारी, मास्टिटिस (Mastitis) के इलाज के लिए एक पॉली-हर्बल और लागत प्रभावी दवा विकसित की गई है।
महत्वपूर्ण तथ्य: दुधारु पशुओं के थन की प्रभावित सतह पर सामयिक अनुप्रयोग के लिए यह दवा एक जैल के रूप में विकसित की गई है, जिसे 'मस्तिरक जैल' (Mastirak gel) नाम दिया गया है।
- मास्टिटिस एक आम संक्रामक बीमारी है, जो दूध की गुणवत्ता में गिरावट के कारण कृषि उत्पादकता को प्रभावित करती है, इस प्रकार आय-सृजन गतिविधियों को प्रभावित करती है।
- यह पाया गया कि दवा सोमैटिक सेल काउंट (Somatic Cell Count: SCC) को कम कर सकती है और दुधारू पशुओं के थन स्वास्थ्य (udder health) में सुधार कर सकती है।
- सोमैटिक सेल काउंट विश्व स्तर पर एक मानक है और इस मानक सीमा पर दूध में सोमैटिक सेल काउंट को कम करने का प्रयास किया गयाहै।
- नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन (NIF) द्वारा विकसित 'मस्तिरक जैल' दवा का उद्योग भागीदार ‘राकेश फार्मास्युटिकल्स’ के माध्यम से व्यावसायीकरण किया गया है।
- देश के आठ राज्यों गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में डेयरी मालिकों को इस हर्बल दवा को अपनाने से लाभ हुआ है।
- नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार का एक स्वायत्त संस्थान है।
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