निहंग

  • 20 Oct 2021

15 अक्टूबर, 2021 को हरियाणा के सोनीपत में सिंघु बार्डर पर एक पवित्र सिख ग्रंथ की बेअदबी के आरोप में एक व्यक्ति की हत्या के बाद निहंग (सिख योद्धा) फिर से सुर्खियों में आए।

  • सिखों के 10वें गुरु गोविंद सिंह ने जब खालसा पंथ की स्थापना की, उसी के साथ ही निहंगों की भी शुरुआत हुई थी।
  • सिख समुदाय के बीच नीले कपड़े पहने और हथियार रखने वाले सिखों को निहंग सिख कहा जाता है। निहंग सिखों को योद्धाओं के रूप में जाना जाता है।
  • निहंगों की जो विशेषताएं हैं, वे संस्कृत भाषा के ‘निशंक’ शब्द के अर्थ से मिलती हैं। निशंक का अर्थ होता है, निर्भय, निष्कलंक, शुद्ध, सांसारिक सुखों और आराम से दूर रहने वाला।
  • इनके सिर पर योद्धा शैली की पगड़ी जिसमें अर्धचंद्राकार, दोधारी तलवार बैज होता है। वे हमेशा आधुनिक और पारंपरिक दोनों तरह के हथियारों से लैस होते हैं, जिनमें आमतौर पर तलवार, खंजर, भाले, राइफल, बन्दूक और पिस्तौल आदि शामिल हैं।
  • ये मुख्य रूप से दो "दल" (बलों) में संगठित हैं - बुड्ढा दल (बुजुर्ग दल) और तरुण दल (युवा दल)।