छत्तीसगढ़ में भारत का सबसे नया टाइगर रिजर्व
- 18 Oct 2021
5 अक्टूबर, 2021 को, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने छत्तीसगढ़ सरकार के गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान और तमोर पिंगला वन्यजीव अभयारण्य के संयुक्त क्षेत्रों को टाइगर रिजर्व घोषित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।
महत्वपूर्ण तथ्य: नया रिजर्व मध्य प्रदेश और झारखंड की सीमा से लगे राज्य के उत्तरी भाग में स्थित है।
- उदंती-सीतानदी, अचानकमार और इंद्रावती रिजर्व के बाद छत्तीसगढ़ में यह चौथा टाइगर रिजर्व होगा।
- गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान कोरिया जिले में है; तमोर पिंगला छत्तीसगढ़ के उत्तर-पश्चिमी कोने में सूरजपुर जिले में है।
- गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान देश में एशियाई चीतों का अंतिम ज्ञात निवास स्थान था। राज्य गठन से पहले यह मूल रूप से संजय दुबरी राष्ट्रीय उद्यान का हिस्सा था।
- गुरु घासीदास झारखंड और मध्य प्रदेश को जोड़ता है और बांधवगढ़ और पलामू टाइगर रिजर्व के बीच बाघों के आवागमन के लिए एक गलियारा प्रदान करता है। इस दृष्टि से इसे टाइगर रिजर्व घोषित करना महत्वपूर्ण है।
- वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की धारा 38V(1) के तहत इस टाइगर रिजर्व को मंजूरी दी गई है।
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