तीसरा राज्य खाद्य सुरक्षा सूचकांक 2020-21
- 04 Oct 2021
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने 20 सितंबर, 2021 को भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) का 'तीसरा राज्य खाद्य सुरक्षा सूचकांक 2020-21' जारी किया।
महत्वपूर्ण तथ्य: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने वर्ष 2020-21 की रैंकिंग के आधार पर नौ शीर्ष राज्यों/केंद्र-शासित प्रदेशों को उनके प्रभावशाली प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया।
बड़े राज्य: इनमें, गुजरात शीर्ष रैंकिंग वाला राज्य था, उसके बाद केरल और तमिलनाडु थे। सबसे निचले स्थान पर बिहार रहा।
छोटे राज्य: इनमें, गोवा पहले स्थान पर रहा, उसके बाद मेघालय और मणिपुर का स्थान रहा। सबसे निचले स्थान पर मिजोरम रहा।
केंद्र-शासित प्रदेश: इनमें, जम्मू और कश्मीर पहले स्थान पर रहा, उसके बाद अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और नई दिल्ली का स्थान रहा। सबसे निचले स्थान पर लक्षद्वीप रहा।
- राज्य खाद्य सुरक्षा सूचकांक खाद्य सुरक्षा के पांच महत्वपूर्ण मानकों पर राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों के प्रदर्शन को मापता है: मानव संसाधन और संस्थागत डेटा (20% भारांक), अनुपालन (30% भारांक), खाद्य परीक्षण- अवसंरचना और निगरानी (20% भारांक), प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण (10% भारांक) और उपभोक्ता सशक्तीकरण (20% भारांक)।
- केंद्रीय मंत्री द्वारा चयनित खाद्य पदार्थों में औद्योगिक रूप से उत्पादित ट्रांस फैटी एसिड सामग्री की उपस्थिति की पहचान हेतु अखिल भारतीय सर्वेक्षण के परिणाम भी जारी किए गए। 34 राज्यों/केंद्र-शासित क्षेत्रों के 419 शहरों/जिलों से एकत्रित कुल 6245 नमूनों में से, केवल 84 नमूनों, (यानी 1.34%), में 3% से अधिक औद्योगिक रूप से उत्पादित ट्रांस फैट की मात्रा पाई गई।
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