एनआईओएस को यूनेस्को किंग सेजोंग साक्षरता पुरस्कार 2021
- 15 Sep 2021
8 सितंबर, 2021 को राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) को प्रतिष्ठित यूनेस्को किंग सेजोंग साक्षरता पुरस्कार 2021 के विजेताओं में से एक के रूप में चुना गया है।
- एनआईओएस को 'भारतीय सांकेतिक भाषा (Indian Sign Language: ISL) आधारित सामग्री पर ध्यान देने के साथ, प्रौद्योगिकी-सक्षम समावेशी शिक्षण सामग्री के माध्यम से दिव्यांगजनों की शिक्षा को सक्षम करने' के लिए यह पुरस्कार दिया गया है।
- यूनेस्को किंग सेजोंग साक्षरता पुरस्कार 2021 के अन्य विजेता दक्षिण अफ्रीका और ग्वाटेमाला हैं। जबकि आइवरी कोस्ट, मिस्र और मैक्सिको को 'साक्षरता के लिए यूनेस्को कन्फ्यूशियस पुरस्कार 2021' से सम्मानित किया गया।
- इस वर्ष यूनेस्को अंतरराष्ट्रीय साक्षरता पुरस्कार का विषय 'समावेशी दूरस्थ और डिजिटल साक्षरता अधिगम' (inclusive distance and digital literacy learning) था।
यूनेस्को किंग सेजोंग साक्षरता पुरस्कार: इसकी स्थापना 1989 में कोरिया गणराज्य की सरकार के सहयोग से की गई थी।
- यह पुरस्कार उन सरकारों या सरकारी एजेंसियों और गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) की गतिविधियों को दिया जाता है, जो साक्षरता की लड़ाई में योगदान देने में विशेष रूप से प्रभावी परिणाम प्राप्त करते हैं।
- यह विकासशील देशों में मातृभाषाओं के निर्माण, विकास और प्रसार पर विशेष ध्यान देता है।
- पुरस्कार में 20,000 डॉलर की राशि, एक रजत पदक और एक डिप्लोमा शामिल है।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे