सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक सुधार एजेंडा 'ईज 4.0'
- 27 Aug 2021
केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने 25 अगस्त, 2021 को वर्ष 2021-22 के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक सुधार एजेंडा 'ईज 4.0' (EASE 4.0) के चौथे संस्करण का अनावरण किया। साथ ही उन्होंने 2020-21 के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक सुधार एजेंडा ‘ईज 3.0 की वार्षिक रिपोर्ट’ का भी अनावरण किया।
महत्वपूर्ण तथ्य: 'ईज 4.0' में तकनीक-सक्षम, सरलीकृत और सहयोगी बैंकिंग की व्यवस्था है।
- ईज 4.0 के तहत सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक- ‘स्मार्ट लैन्डिंग’ (Smart Lending), ‘लचीली तकनीक के साथ चौबीसों घंटे बैंकिंग’, ‘डेटा सक्षम कृषि वित्तपोषण’ तथा ‘वित्तीय पारिस्थितिकी तंत्र के साथ सहयोग’ की पेशकश करेंगे।
- ईज 3.0 की वार्षिक रिपोर्ट: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने वित्त वर्ष 2020 के 26,016 करोड़ रुपये के नुकसान की तुलना में वित्त वर्ष 2021 में 31,817 करोड़ रुपये के मुनाफे की सूचना दी।
- पांच साल के नुकसान के बाद यह पहला साल है जब सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने मुनाफे की सूचना दी है।
- मार्च 2021 तक कुल सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां 6.16 लाख करोड़ रुपये की थी, जो मार्च 2020 के स्तर से 62,000 करोड़ रुपये कम थी।
- ईज 3.0 के तहत एक प्रमुख पहल 'क्रेडिट@क्लिक' (Credit@click) की तात्कालिक और सरलीकृत ऋण पहुंच से लगभग 4.4 लाख ग्राहक लाभान्वित हुए।
- सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में लगभग 72% वित्तीय लेनदेन डिजिटल चैनलों के माध्यम से हो रहा है।
अन्य तथ्य: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने ईज इंडेक्स के आधार पर 'सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक सुधार ईज 3.0' के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले बैंकों का पुरस्कार जीता है।
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