मवेशी द्वीप
- 24 Aug 2021
- ओडिशा के वन और पर्यावरण विभाग द्वारा हीराकुंड जलाशय में स्थित तीन द्वीपों में से ‘मवेशी द्वीप’ (Cattle Island) को एक एक दर्शनीय स्थल के रूप में चुना गया है।
- यह द्वीप एक जलमग्न पहाड़ी हैऔर हीराकुंड बांध के निर्माण से पहले यह एक विकसित गांव था।
- 1950 के दशक में जब महानदी पर हीराकुंड बांध का निर्माण किया गया था, उस समय बड़ी संख्या में लोगों को अपने गांवों से विस्थापित होना पड़ा था। विस्थापन के दौर में ग्रामीण अपने मवेशियों को अपने साथ नहीं ले जा सके थे वे अपने मवेशियों को सुनसान गांवों में छोड़ गए।
- बांध के निर्माण के बाद जैसे ही यह क्षेत्र जलमग्न होने लगा, सारे मवेशी झारसुगुडा जिले के लखनपुर ब्लॉक के तहत तेलिया पंचायत में एक ऊंचे स्थान भुजापहाड़ पर चले गए। इसके बाद इस पहाडी को, जोकि पानी की एक विशाल चादर से घिरा हुआ एक भूमि का टुकड़ा है, ‘मवेशी द्वीप’ कहा जाने लगा।
- अन्य द्वीप: डेब्रीगढ़ इकोटूरिज्म परियोजना से सिर्फ 1 किमी दूर जलाशय के भीतर एक 'चमगादड़ का द्वीप' (island of bats) है। यह सैकड़ों चमगादड़ों का निवास स्थल है।
- पर्यटक जलाशय से सूर्यास्त का शानदार नजारा भी देख सकते हैं। 'सनसेट आइलैंड' (Sunset island) अद्वितीय नाव की सवारी के तीन पड़ावों में से एक है।
- हीराकुंड बांध: यह महानदी नदी में बार-बार विनाशकारी बाढ़ आने के बाद, वर्ष 1937 में महान अभियंता एम. विश्वेश्वरैया द्वारा परिकल्पित एक बहुउद्देशीय परियोजना है। इसे 1957 में चालू किया गया था।
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