कोविड -19 का डेल्टा प्लस वेरिएंट
- 06 Jul 2021
डेल्टा वेरिएंट, या 'बी.1.617.2' (B.1.617.2) कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर के लिए काफी हद तक जिम्मेदार रहा है और इसे पहली बार भारत में पहचाना गया था। तब से यह वेरिएंट B.1.617.2.1/ AY.1 और AY.2 में म्यूटेट (mutate) हो गया है।
- डेल्टा द्वारा स्पाइक प्रोटीन (spike protein) में K417N नामक उत्परिवर्तन अधिग्रहण के परिणामस्वरूप डेल्टा प्लस वेरिएंट बना है।
- K417N उत्परिवर्तन, AY.1 और AY.2 दोनों द्वारा किया गया है, बीटा वेरिएंट या B.1.351 में भी पाया गया है, जिसे पहली बार दक्षिण अफ्रीका में दर्ज किया गया था और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा 'चिंता के एक प्रकार' (variant of concern) के रूप में वर्गीकृत किया गया था।
- AY.1 सबसे आम पाया जाने वाला डेल्टा प्लस वेरिएंट है, लेकिन एक अन्य AY.2 वेरिएंट भी संयुक्त राज्य अमेरिका में पाया गया है, यह अभी तक भारत में नहीं पाया गया है।
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