भारतीय रेलवे सिग्नलिंग और दूरसंचार आधुनिकीकरण
- 16 Jun 2021
सिग्नलिंग और दूरसंचार प्रणाली के आधुनिकीकरण के लिए भारतीय रेलवे ने लगभग 55,000 करोड़ रुपये के निवेश की परिकल्पना की है।
सिग्नलिंग प्रणाली: ट्रेन संचालन में डिजिटल प्रौद्योगिकियों का लाभ प्राप्त करने और सुरक्षा बढ़ाने के लिए भारतीय रेलवे ने अब तक 2221 स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग की व्यवस्था की है, इसके अलावा, अगले 3 वर्षों में 1550 इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग प्रदान करने की योजना है।
- पहले चरण में महत्वपूर्ण मार्गों को कवर करते हुए 37,300 किलोमीटर मार्ग के लिए ‘ट्रेन टक्कर बचाव प्रणाली’ (train collision avoidance system) को मंजूरी दी गई है।
- लेवल क्रॉसिंग पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए, भारतीय रेलवे ने 11,705 लेवल क्रॉसिंग फाटकों पर सिग्नल के साथ इंटरलॉकिंग प्रणाली प्रदान की है।
दूरसंचार प्रणाली: 6002 स्टेशनों पर वाई-फाई सुविधा का विस्तार किया गया है और 101 शेष व्यवहार्य स्टेशनों को जल्द ही शामिल किया जाएगा, जिसमें से 70% स्टेशन ग्रामीण क्षेत्र के हैं।
- भारतीय रेलवे बड़े पैमाने पर ‘ई-फाइलिंग प्रणाली’ को कार्यान्वित कर रहा है और मौजूदा भौतिक फाइलों (physical files) को डिजिटल फाइलों में बदला जा रहा है।
अन्य तथ्य: अब तक 3447 किलोमीटर रेल मार्ग पर ‘स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग प्रणाली’ प्रदान की गई है। भारतीय रेलवे ने उच्च घनत्व और गहन माल ढुलाई मार्गों पर लगभग 15000 किलोमीटर रेलमार्ग पर स्वचालित सिग्नलिंग शुरू करने की योजना बनाई है।
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