कोयला आधारित ताप विद्युत संयंत्रों में बायोमास के उपयोग पर राष्ट्रीय मिशन
- 26 May 2021
विद्युत मंत्रालय ने 25 मई, 2021 को ‘कोयला आधारित ताप विद्युत संयंत्रों में बायोमास के उपयोग पर राष्ट्रीय मिशन’(National Mission on use of Biomass in coal based thermal power plants) स्थापित करने का निर्णय लिया है।
मिशन उद्देश्य: ताप विद्युत संयंत्रों से कार्बन तटस्थ बिजली उत्पादन का बड़ा हिस्सा पाने के लिए को-फायरिंग (विभिन्न प्रकार की सामग्रियों का दहन) के स्तर को वर्तमान 5% से बढ़ाकर उच्च स्तर तक ले जाना।
- बायोमास पेलेट में सिलिका, क्षार की अधिक मात्रा के प्रबंधन के लिए बॉयलर डिजाइन में अनुसंधान एवं विकास गतिविधि शुरू करना। बायोमास पेलेट एक लोकप्रिय प्रकार के बायोमास ईंधन हैं, जो आम तौर पर लकड़ी के अपशिष्ट या कृषि बायोमास से बने होते हैं।
- बायोमास पेलेट एवं कृषि अवशेषों की आपूर्ति शृंखला में बाधाओं को दूर करना और बिजली संयंत्रों तक इसके परिवहन की सुविधा देना।
संचालन और संरचना: मिशन में सचिव (विद्युत) की अध्यक्षता में एक संचालन समिति होगी, जिसमें पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय आदि के प्रतिनिधियों सहित सभी हितधारक शामिल होंगे।
- कार्यकारी समिति के अध्यक्ष केंद्रीय विद्युत् प्राधिकरण के सदस्य (ताप-विद्युत्) [Member (Thermal), CEA] होंगे।
- प्रस्तावित राष्ट्रीय मिशन की अवधि न्यूनतम पांच वर्ष होगी।
मिशन का महत्व: खेतों में पराली जलाने से होने वाले वायु प्रदूषण की समस्या का समाधान करने और ताप विद्युत उत्पादन के कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में; बायोमास के उपयोग पर प्रस्तावित मिशन ‘राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम’ में भी योगदान देगा।
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