विश्व खाद्य पुरस्कार 2021
- 12 May 2021
11 मई, 2021 को भारतीय मूल की अग्रणी पोषण विशेषज्ञ डॉ. शकुंतला हरकसिंह थिलस्टेड (Dr. Shakuntala Haraksingh Thilsted) को ‘विश्व खाद्य पुरस्कार 2021’ (World Food Prize 2021) से सम्मानित किया गया है।
- उन्हें दुनिया भर में लाखों लोगों के लिए पोषण, स्वास्थ्य और आजीविका में सुधार करने के लिए मछली आधारित खाद्य प्रणालियों के क्षेत्र में उनकी उपलब्धियों के लिए यह पुरस्कार दिया गया है।
- डॉ. शंकुतला ने समुद्री भोजन और खाद्य तंत्र के लिए समग्र और पोषण के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण विकसित करने में अनुसंधान को बढ़ावा दिया है।
- डॉ शकुंतला द्वारा बांग्लादेश की छोटी मछली की प्रजातियों पर किये गए शोध की मदद से एशिया एवं अफ्रीका में रहने वाले लाखों गरीब लोगों को बेहद पोषक आहार मिल सकेगा।
- डॉ. शंकुतला अंतरराष्ट्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र कंसोर्टियम (CGIAR) के अनुसंधान केंद्र ‘वर्ल्डफिश’ (WorldFish) में पोषण और सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए वैश्विक नेतृत्वकर्ता हैं, जिसका मुख्यालय पेनांग, मलेशिया में स्थित है।
- डॉ. शंकुतला त्रिनिदाद और टोबैगो की मूल निवासी हैं और डेनमार्क की नागरिक हैं, इनका जन्म 1949 में कैरेबियन द्वीप त्रिनिदाद के छोटे से गाँव रिफॉर्म (Reform) में हुआ था। उनके परिवार सहित अधिकांश निवासी भारतीय हिंदू प्रवासियों के वंशज थे।
विश्व खाद्य पुरस्कार: यह पुरस्कार उन व्यक्तियों की उपलब्धियों के लिए दिया जाने वाला एक अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार है, जिन्होंने दुनिया में भोजन की गुणवत्ता, मात्रा या उपलब्धता में सुधार करके मानव विकास में योगदान दिया है।
- ‘वर्ल्ड फूड प्राइज फाउंडेशन’ द्वारा प्रदान किये जाने वाले इस पुरस्कार में 250,000 डॉलर की राशि प्रदान की जाती है। इस पुरस्कार को 'खाद्य और कृषि का नोबेल पुरस्कार' भी कहा जाता है।
- एम.एस स्वामीनाथन को भारत में उच्च उपज वाले गेहूं और चावल की किस्मों को पेश करने और विकसित करने के लिए 1987 में पहले विश्व खाद्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
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