कोविड-19 वैक्सीन हेतु ‘बौद्धिक संपदा’ छूट
- 08 May 2021
5 मई, 2021 को संयुक्त राज्य अमेरिका ने ‘असाधारण परिस्थितियों के लिए असाधारण उपायों’ की आवश्यकता बताते हुए कोविड-19 टीकों हेतु बौद्धिक संपदा संरक्षण में छूट देने के लिए अपना समर्थन देने की घोषणा की है।
महत्वपूर्ण तथ्य: अमेरिका, विश्व व्यापार संगठन (World Trade Organization- WTO) में ‘पाठ्य-आधारित समझौता वार्ता’ (text-based negotiations) का अनुसरण करेगा।
- ‘पाठ्य-आधारित समझौता वार्ता’ में वार्ताकार अपने पसंदीदा शब्द के साथ प्रस्ताव लेखों का आदान-प्रदान करते हैं और फिर लंबे समय से चले आ रहे विषय के समाधान पर एक आम सहमति बनाते हैं।
कोविड-19 वैक्सीन हेतु ‘बौद्धिक संपदा’ छूट का तात्पर्य: ‘बौद्धिक संपदा’ छूट से मध्यम-आय वर्ग के देशों में बड़े स्तर पर, फाइजर, मॉडर्ना, एस्ट्राजेनेका, नोवावैक्स, जॉनसन एंड जॉनसन और भारत बायोटेक द्वारा विकसित किये गए कोविड टीकों के आपातकालीन उपयोग अधिकार के साथ उत्पादन का अवसर मिल सकता है।
- वर्तमान में, इन टीकों का उत्पादन अधिकांशतः उच्च आय वाले देशों में केंद्रित है; तथा मध्यम आय वाले देशों में लाइसेंसिंग या प्रौद्योगिकी हस्तांतरण समझौतों के माध्यम से इन टीकों का उत्पादन किया जा रहा है।
भारत द्वारा प्रस्ताव: अक्टूबर 2020 में, भारत और दक्षिण अफ्रीका ने विश्व व्यापार संगठन से, कोविड -19 से निपटने हेतु सस्ते चिकित्सा उत्पादों तक समय पर पहुंच को बाधित करने वाले, ‘बौद्धिक संपदा अधिकारों के व्यापार संबंधी पहलुओं’ (Trade Related Aspects of Intellectual Property Rights-TRIPS) से संबंधित समझौते के कुछ प्रावधानों से छूट देने के लिए कहा था।
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