प्रवासन और आवागमन साझेदारी
- 07 May 2021
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 5 मई, 2021 को प्रवासन और आवागमन साझेदारी (Migration and Mobility Partnership) पर भारत और यूनाइटेड किंगडम तथा उत्तरी आयरलैंड के बीच समझौता ज्ञापन को मंजूरी प्रदान की।
उद्देश्य: छात्रों, शोधकर्ताओं और कुशल पेशेवरों का आवागमन आसान करने हेतु वीजा प्रक्रिया को उदार बनाना तथा दोनों तरफ अनियमित प्रवास और मानव तस्करी सम्बन्धी मुद्दों पर सहयोग को मजबूत करना।
महत्वपूर्ण तथ्य: समझौता-ज्ञापन से भारतीय छात्रों, शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं तथा पेशेवर और आर्थिक कारणों से प्रवास करने वाले लोगों को लाभ मिलेगा।
- इससे उन लोगों को भी लाभ होगा, जो जाति, आस्था, धर्म या लैंगिक विचारों को दरकिनार करके दोनों देशों के बीच आर्थिक विकास के लिये विभिन्न परियोजनाओं के माध्यम से योगदान करने के इच्छुक हैं।
- यह प्रतिभाओं के निर्बाध आवागमन की सुविधा प्रदान करके दोनों देशों के बीच नवाचार इको-सिस्टम में सहायता कर सकता है।
- विदेश मंत्रालय ‘संयुक्त कार्य समूह प्रणाली’ (Joint Working Group mechanism) के तहत समझौता-ज्ञापन के प्रभावी क्रियान्वयन की कड़ी निगरानी करेगा।
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