भारतीय मसालों के लिए ब्लॉकचेन आधारित ट्रेसबिलिटी इंटरफेस
- 08 Apr 2021
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत भारतीय मसाला बोर्ड और ‘यूएनडीपी इंडिया के एक्सीलरेटर लैब (UNDP India’s Accelerator Lab) ने आपूर्ति शृंखला और व्यापार में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए 'भारतीय मसालों के लिए ब्लॉकचेन आधारित ट्रेसबिलिटी इंटरफेस' (Blockchain based traceability interface for Indian spices) विकसित करने के उद्देश्य से 5 अप्रैल, 2021 को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।
महत्वपूर्ण तथ्य: यह परियोजना आंध्र प्रदेश के चुनिंदा जिलों में मिर्च और हल्दी की खेती में लगे 3,000 से अधिक किसानों के साथ शुरू की जाएगी।
- ब्लॉकचेन एक खुले और साझा इलेक्ट्रॉनिक लेजर पर लेनदेन रिकॉर्ड करने की विकेंद्रीकृत प्रक्रिया है। यह किसानों, दलालों, वितरकों, प्रोसेसर, खुदरा विक्रेताओं, नियामकों और उपभोक्ताओं वाले एक जटिल नेटवर्क में डेटा प्रबंधन को आसान बनाता है और पारदर्शिता लाने में मदद करता है और इस तरह से आपूर्ति श्रृंखला को सरल बनाता है।
- मसाला बोर्ड वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत काम करने वाले पांच कमोडिटी बोर्ड में से एक है। यह एक स्वायत्त निकाय है, जो 52 अनुसूचित मसालों के निर्यात प्रोत्साहन और इलायची (छोटी और बड़ी) के विकास के लिए जिम्मेदार है।
- भारत दुनिया में मसालों का सबसे बड़ा निर्यातक, उत्पादक और उपभोक्ता है।
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