रेलवे ट्रैक स्व-चालित सफाई वाहन
- 07 Apr 2021
भोपाल स्थित ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल टीचर्स ट्रेनिंग एंड रिसर्च’ (National Institute of Technical Teachers’ Training and Research- NITTTR) के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शरद के. प्रधान ने एक बहु आयामी ‘रेलवे ट्रैक स्व-चालित सफाई वाहन’ (Self-propelled railway track scavenging vehicle) का विकास किया है।
महत्वपूर्ण तथ्य: इस वाहन का विकास भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के 'उन्नत विनिर्माण प्रौद्योगिकी कार्यक्रम’ की सहायता से किया गया है।
- यह स्वचालित सड़क एवं रेल वाहन (Road cum Rail vehicle) सूखी और गीली सक्शन प्रणाली, हवा एवं पानी की बौछार करने वाली नोजल नियंत्रण व्यवस्था से युक्त है।
- वाहन की सक्शन प्रणाली द्वारा एक बार सूखा और गीला कचरा खींचने के बाद नोजल से पानी की बौछार किसी भी प्रकार के मानव मल अथवा अन्य प्रकार के कचरे को बहाकर साफ कर देती है।
- वाहन में लगी कुछ अन्य नोजल रेल पट्टरी पर कीटनाशकों का छिड़काव करती हैं ताकि उस पर मक्खियां, चूहे तथा अन्य कीटाणु न पनप सकें।
- सक्शन पम्प से खींचा गया सूखा और गीला कचरा अलग-अलग टैंकों में एकत्र कर स्थानीय निकायों के कचरा एकत्र करने वाले स्थान पर गिरा दिया जाता है।
- ज्ञात हो कि देश में 1993 में हाथ से मानव मल उठाने और उसकी सफाई करने पर पाबंदी लगाई जाने के बावजूद भी अभी भी हाथ से मैला उठाने की प्रथा जारी है।
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