औषधियों के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना
- 27 Mar 2021
केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने फरवरी 2021 में वित्त वर्ष 2020-21 से 2028-29 की अवधि में ‘औषधियों के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना’ (Production Linked Incentive Scheme for Pharmaceuticals) को मंजूरी प्रदान की।
महत्वपूर्ण तथ्य: योजना से क्षेत्र के विकास के परिणामस्वरूप 20,000 प्रत्यक्ष और 80,000 अप्रत्यक्ष नौकरियां सृजित होने का अनुमान है।
- इस योजना के अंतर्गत प्रोत्साहन की कुल राशि (प्रशासनिक खर्च सहित) करीब 15,000 करोड़ रुपये है।
- लक्षित समूहों के बीच प्रोत्साहन का आवंटन इस प्रकार होगा:- समूह ए- 11,000 करोड़ रुपये; समूह बी: 2,250 करोड़ रुपये; समूह सी: 1,750 करोड़ रुपये।
औषधीय वस्तुओं की श्रेणियां: योजना में तीन श्रेणियों के अंतर्गत औषधीय वस्तुओं को शामिल किया जाएगा।
श्रेणी 1: जैवऔषधीय; संयुक्त (कॉम्प्लेक्स) जेनेरिक औषधियां; पैटेंट दवाएं अथवा ऐसी दवाएं जिनका पैटेंट खत्म होने के करीब है; गंभीर बीमारियों के इलाज में काम आने वाली दवाएं आदि।
श्रेणी 2: सक्रिय औषधीय सामग्री/प्रमुख शुरुआती सामग्री/औषधि ड्रग इन्टरमीडिएट्स।
श्रेणी 3 (श्रेणी1 और श्रेणी 2 के अंतर्गत शामिल नहीं की गईं औषधियां): अध्ययनरत औषधियां; स्व प्रतिरक्षी दवा, कैंसर रोधी दवाएं, मधुमेह रोधी दवाएं, संक्रमण रोधी दवाएं तथा हृदय रोग संबंधी दवाएं।
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