तीन राज्यों द्वारा प्रभावी गश्त, अवैध शिकार विरोधी अभियान की योजना
- 25 Mar 2021
कर्नाटक, केरल, और तमिलनाडु में आपस में सटे हुए बाघ अभयारण्यों में वन विभाग के कर्मियों के बीच अधिक समन्वय के साथ गश्त और शिकार विरोधी गतिविधियाँ तेज की जाएंगी।
महत्वपूर्ण तथ्य: मार्च 2021 में कावेरी वन्यजीव अभयारण्य के प्रतिनिधियों के अलावा बांदीपुर, नागरहोल, बीआरटी, मुदुमलाई, सत्यमंगलम, और वायनाड बाघ अभयारण्य के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में यह फैसला लिया गया।
- क्षेत्र में अवैध शिकार और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए खुफिया सूचना तंत्र को बढ़ाया जाएगा और इसे क्षेत्र के कर्मचारियों के बीच साझा किया जाएगा।
- वन्यजीव उत्पादों के तस्करों और संदिग्ध शिकारियों पर नकेल कसने के उद्देश्य से तीन राज्यों के कर्मचारियों का विशेष ऑपरेशन या अभियान चलाने का निर्णय भी लिया गया।
- कर्नाटक में बांदीपुर तमिलनाडु में मुदुमलाई के साथ सीमा साझा करता है, जबकि नागरहोल केरल में वायनाड के साथ सीमा साझा करता है। कावेरी वन्यजीव अभयारण्य सत्यमंगलम बाघ अभयारण्य से सटा हुआ है और इस हिस्से (कावेरी-सत्यमंगलम) में गश्त के अभाव में शिकारी आसानी से घूमते थे।
- यह दुनिया के सबसे बड़े बाघ निवास के रूप में मान्यता प्राप्त है, जो तीन राज्यों में फैला है तथा लगभग 700 बाघों का निवास स्थान है।
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