आईडीबीआई बैंक त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई के दायरे से बाहर
- 13 Mar 2021
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 10 मार्च, 2021 को आईडीबीआई बैंक को त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई (Prompt Corrective Action-PCA) ढांचे से बाहर निकाल दिया है।
महत्वपूर्ण तथ्य: आईडीबीआई बैंक को उसके वित्तीय प्रदर्शन में सुधार के परिणामस्वरूप 4 साल के बाद इस ढांचे से हटाया गया है।
- आईडीबीआई बैंक द्वारा पूंजी पर्याप्तता (capital adequacy), लीवरेज रेश्यो (leverage ratio), परिसंपत्ति की गुणवत्ता (asset quality) और परिसंपत्तियों पर रिटर्न (return on assets) के लिए तय सीमाएं लांघने के कारण भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा मई 2017 में इसे PCA ढांचे के तहत सूचीबद्ध किया गया था। मार्च 2017 के माह में इसका शुद्ध एनपीए 13% से अधिक था।
- 31 दिसंबर, 2020 के अंत तक, यह पाया गया किया गया कि एलआईसी के स्वामित्व वाला आईडीबीआई बैंक नियामक पूंजी, लीवरेज रेश्यो और शुद्ध एनपीए पर PCA मापदंडों का उल्लंघन नहीं कर रहा था। इसने दिसंबर तिमाही में 378 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया।
- ‘त्वरित सुधारात्मक कारवाई’ (Prompt Corrective Action- PCA) एक ऐसा ढांचा है, जिसके तहत कमजोर वित्तीय तंत्र वाले बैंकों को भारतीय रिजर्व बैंक की निगरानी में रखा जाता है।
- त्वरित सुधारात्मक कारवाई ढांचा दिसंबर 2002 से परिचालन में है और 2017 में इसके दिशा-निर्देशों में संशोधन किया गया था।
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