तैरती हुई संरचना के लिए दिशा-निर्देश
- 06 Feb 2021
फरवरी 2021 में पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय ने भारतीय तटरेखा पर विश्व स्तर का तैरता हुआ (फ्लोटिंग) बुनियादी ढांचा स्थापित करने के उद्देश्य से फ्लोटिंग स्ट्रक्चर्स के लिए अंतिम दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन दिशा-निर्देशों में भावी परियोजनाओं के लिए प्रावधान किए गए है।
महत्वपूर्ण तथ्य: दिशा-निर्देशों में बंदरगाहों, लघु बंदरगाहों, मछली पकड़ने और मछली उतारने के बंदरगाह केन्द्रों, वाटरड्रोम और तटीय क्षेत्रों, जलमार्गों, नदियों और जलाशयों में इस तरह की अन्य सुविधाओं के लिए तैरती हुई जेट्टी (Floating Jetties) और प्लेटफॉर्मों के लिए विभिन्न तकनीकी पहलुओं को निर्धारित किया गया है।
- इन दिशा-निर्देशों का उपयोग लघु बंदरगाहों/मछली उतारने वाले केन्द्रों की सुविधाओं के साथ-साथ विभिन्न जल प्रणालियों में फ्लोटिंग पोंटूनों (floating pontoons) प्लेटफार्मों और फ्लोटिंग वेव अटेन्यूएटर्स (floating wave attenuators) के लिए उपयुक्त रूप से किया जा सकता है।
- पारंपरिक घाटों और निश्चित कंक्रीट संरचनाओं की तुलना में फ्लोटिंग जेट्टी/संरचनाओं के कई लाभ हैं।
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