2020 के दौरान भारत की जलवायु पर वक्तव्य
- 06 Jan 2021
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के जलवायु अनुसंधान और सेवाओं (सीआरएस) ने 5 जनवरी, 2021 को ‘2020 के दौरान भारत की जलवायु’ ((Statement on Climate of India during 2020) को लेकर एक वक्तव्य जारी किया है।
महत्वपूर्ण तथ्य: राष्ट्रव्यापी रिकॉर्ड के अनुसार वर्ष 2020, 1991 के बाद से आठवां सबसे ज्यादा गर्म वर्ष रहा। हालांकि, यह 2016 में भारत के सबसे गर्म वर्ष से काफी कम रहा।
- पिछले दो दशक (2001-2010 / 2011-2020) 0.23 डिग्री सेल्सियस / 0.34 डिग्री सेल्सियस के उतार चढ़ाव के साथ रिकॉर्ड सबसे गर्म दशक रहे।
- हाल के 15 वर्षों (2006-2020) में से 12 वर्ष सबसे अधिक गर्म वर्ष रहे।
- 1901-2020 के दौरान देश के औसत वार्षिक माध्य तापमान (averaged annual mean temperature) में 0.62 डिग्री सेल्सियस / 100 वर्ष की बढ़ती प्रवृत्ति दिखने को मिली, जिसमें अधिकतम तापमान में महत्वपूर्ण वृद्धि की प्रवृत्ति (0.99 डिग्री सेल्सियस / 100 वर्ष) और न्यूनतम तापमान में अपेक्षाकृत कम वृद्धि की प्रवृत्ति (0.24 डिग्री सेल्सियस / 100 वर्ष) देखने को मिली।
- 2020 के दौरान देश की मुख्य सतह का औसत वार्षिक तापमान + 0.29 डिग्री सेल्सियस था, जो 1981-2010 की औसत अवधि से अधिक रहा।
- देश के पांच सबसे गर्म वर्ष इस प्रकार हैं: 2016 (+0.71 डिग्री सेल्सियस), 2009 (+0.55 डिग्री सेल्सियस), 2017 (+0.541 डिग्री सेल्सियस), 2010 (+0.539 डिग्री सेल्सियस), और 2015 (+0.42 डिग्री सेल्सियस) रहे।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे