अमेरिकी द्वारा भारत 'मुद्रा हेरफेर' निगरानी सूची में शामिल
- 29 Dec 2020
16 दिसंबर, 2020 को अमेरिकी राजकोष विभाग द्वारा भारत, ताइवान और थाईलैंड को डॉलर के मुकाबले अपनी मुद्राओं के अवमूल्यन हेतु उपाय करने के संदेह में ‘मुद्रा हेरफेर’ (Currency Manipulators) वाले देशों की निगरानी सूची में शामिल किया गया है।
महत्वपूर्ण तथ्य: नवीनतम निगरानी सूची में अन्य देशों में चीन, जापान, कोरिया, जर्मनी, इटली, सिंगापुर, मलेशिया शामिल हैं।
- अमेरिकी राजकोष विभाग (U.S. Treasury) द्वारा स्विट्जरलैंड और वियतनाम को मुद्रा के साथ छेड़छाड़ करने वाला देश के रूप में घोषित किया गया है।
- हालांकि, किसी देश को ‘मुद्रा हेरफेर करने वालों’ के रूप में घोषित किये जाने पर कोई दंड या प्रतिबंध नहीं लगाए जाते हैं, किंतु इससे वैश्विक वित्तीय बाजारों में देश के प्रति विश्वास में कमी हो जाती है।
- भारत को आखिरी बार अक्टूबर 2018 में मुद्रा हेरफेर वाले देशों की निगरानी सूची में शामिल किया गया था, लेकिन मई 2019 में सूची से हटा दिया गया था।
अमेरिकी राजकोष विभाग द्वारा मुद्रा हेरफेर करने वाला देश घोषित करने हेतु मानदंड: किसी देश का अमेरिका के साथ एक साल के दौरान न्यूनतम 20 बिलियन डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार अधिशेष हो जाए; एक साल के दौरान उस देश के सकल घरेलू उत्पाद का 2% से अधिक विदेशी मुद्रा हस्तक्षेप रहा हो; एक साल के दौरान उस देश का वैश्विक चालू खाता अधिशेष जीडीपी के 2% से अधिक रहा हो।
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