महाराष्ट्र पुलिस को मिला ‘क्रॉलर’ नामक सॉफ्टवेयर
- 28 Dec 2020
दिसंबर 2020 में महाराष्ट्र पुलिस की साइबर विंग ने ‘इंटरपोल’ (Interpol) से ‘क्रॉलर’ (Crawler) नामक एक सॉफ्टवेयर प्राप्त किया है, जो चाइल्ड पोर्नोग्राफी का पता लगाने में मदद करेगा।
- सॉफ्टवेयर से जुड़े एक मिशन को क्रियान्वित करने के लिए महाराष्ट्र के 12 साइबर अधिकारियों की एक ‘ट्रेस’ (Tactical Response Against Cyber Child Exploitation- TRACE) नामक कोर यूनिट बनाई गई है। ये बारह अधिकारी इंटरपोल के दक्षिण एशियाई विंग से प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।
- 2019 के बाद से देश भर में बाल यौन उत्पीड़न सामग्री (CSAM) के खिलाफ एक बड़े अभियान के एक भाग के रूप में TRACE यूनिट की स्थापना की गई थी।
क्रॉलर सॉफ्टवेयर: यह सॉफ्टवेयर विभिन्न मैकेनिज्म का उपयोग करता है जैसे कि चित्रों में नग्नता का पता लगाना और उनके चेहरे की संरचनाओं के माध्यम से व्यक्ति की उम्र का पता लगाना इत्यादि।
ऑपरेशन ब्लैकफेस (Operation Blackface) : ऑपरेशन ब्लैकफेस 'देश भर में बाल यौन उत्पीड़न सामग्री के खिलाफ की गई बड़ी कार्रवाई का हिस्सा है।
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