मानवाधिकार कार्यकर्ता करीमा बलूच का निधन
- 24 Dec 2020
पाकिस्तानी सेना और बलूचिस्तान में सरकारी अत्याचारों के बारे में मुखर रहने वाली मानवाधिकार कार्यकर्ता (Human rights activist) करीमा बलूच 20 दिसंबर, 2020 को कनाडा के टोरंटो में मृत पाई गई। वे 37 वर्ष की थी।
- पाकिस्तान में ‘एक्टिविज्म’ (Activism) के लिए निशाना बनाये जाने के बाद बलूच कनाडा में शरणार्थी के तौर पर रह रही थी।
- उन्होंने स्विट्जरलैंड में संयुक्त राष्ट्र के सत्र में बलूचिस्तान का मुद्दा भी उठाया था। उन्हें 2016 में बीबीसी द्वारा दुनिया की 100 'सबसे प्रेरणादायक और प्रभावशाली' महिलाओं में से एक के रूप में नामित किया गया था।
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