पोप फ्रांसिस का निधन
- 23 Apr 2025
20 अप्रैल को पोप फ्रांसिस का 88 वर्ष की आयु में लंबी बीमारी के बाद वेटिकन सिटी में निधन हो गया। वे 2013 में पहले लैटिन-अमेरिकी पोप बने थे और अपने 12 वर्षीय कार्यकाल के दौरान गरीबों के लिए आवाज उठाने एवं कैथोलिक चर्च में सुधार के लिए पहचाने गए। हाल के सप्ताहों में उनकी तबीयत गंभीर रूप से बिगड़ गई थी, और 21 अप्रैल की सुबह 7:35 बजे उनका निधन हुआ।
प्रमुख तथ्य :
- कार्यकाल : पोप फ्रांसिस का निधन 88 वर्ष की आयु में हुआ। वे 2013 से 2025 तक 12 वर्षों तक पोप रहे। भारत सरकार ने उनके निधन पर दिन तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है ।
- सर्वोच्च धर्माध्यक्ष (सुप्रीम पोंटिफ): यह उपाधि कैथोलिक चर्च के भीतर पोप के सर्वोच्च धार्मिक नेता के रूप में उनकी स्थिति को दर्शाती है। उनके पास धर्म, नैतिकता और चर्च के शासन के मामलों पर सर्वोच्च अधिकार है।
- वेटिकन सिटी राज्य के प्रमुख: पोप वेटिकन सिटी राज्य के संप्रभु प्रमुख भी हैं, जो रोम के भीतर स्थित दुनिया का सबसे छोटा स्वतंत्र देश है। यह उन्हें लौकिक अधिकार देता है और होली सी (कैथोलिक चर्च का केंद्रीय शासी निकाय) को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वतंत्र रूप से कार्य करने की अनुमति देता है।
- सर्वोच्च धर्माध्यक्ष: पोप दुनिया भर के कैथोलिकों के आध्यात्मिक नेता हैं, जो उन्हें धर्म और नैतिकता के मामलों में मार्गदर्शन करते हैं। इसमें चर्च के सिद्धांतों की व्याख्या और समर्थन करना, और समकालीन नैतिक मुद्दों को संबोधित करना शामिल है।
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