बंदरों के लिए बचाव और पुनर्वास केंद्र
- 22 Dec 2020
20 दिसंबर, 2020 को तेलंगाना में निर्मल जिले के चिंचोली गांव के पास गांधी रमन्ना हरितावनम में 'बंदरों के लिए बचाव और पुनर्वास केंद्र' का उद्घाटन किया गया। यह राज्य का पहला ऐसा केंद्र है।
महत्वपूर्ण तथ्य: मानव बस्तियों में प्रवेश करने वाले बंदरों को चरणबद्ध तरीके से पकड़ा जाएगा और पुनर्वसन केंद्र में लाया जाएगा।
- पुनर्वसन केंद्र में उनका गर्भ-निरोधी ऑपरेशन किया जाएगा और पुनर्वसन अवधि के बाद जंगलों में छोड़ दिया जाएगा।
- पुनर्वसन केंद्र को प्राइमेट्स के लिए एक स्थायी निवास स्थान बनाने के लिए, कई फल और फूलों की विविधता वाले पौधों एवं पेडों की किस्में उगायी जाएंगी।
- बंदरों के लिए यह पुनर्वसन केंद्र दक्षिण भारत की भी पहली ऐसी सुविधा है।
- यह देश में प्राइमेट के लिए दूसरी ऐसी सुविधा है। देश में इस तरह की दूसरी सुविधा हिमाचल प्रदेश में थी।
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