केएलआई परियोजना
- 11 Dec 2020
( 09 December, 2020, , www.pib.gov.in )
9 दिसंबर, 2020 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने ‘मुख्य भू-भाग (कोच्चि) और लक्षद्वीप द्वीपों- केएलआई परियोजना’ (Mainland Kochi and Lakshadweep Islands- KLI Project) के बीच ‘सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर केबल कनेक्टिविटी योजना’ को मंजूरी दी।
महत्वपूर्ण तथ्य: परियोजना में एक समर्पित सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर केबल के माध्यम से कोच्चि और लक्षद्वीप के 11 द्वीपों – कवरत्ती, कलपेनी, अगति, अमिनी, एंड्रोथ, मिनीकॉय, बंगाराम, बित्रा, चेटलाट, किल्तान और कदमत के बीच एक सीधा दूरसंचार लिंक उपलब्ध कराने की परिकल्पना की गई है।
- परियोजना के क्रियान्वयन की अनुमानित लागत 1072 करोड़ रुपये है, जिसमें 5 वर्षों के लिए संचालन व्यय भी शामिल है।
- परियोजना को ‘सार्वभौमिक सेवा बाध्यता कोष’ से वित्त पोषित किया जाएगा तथा इसे मई 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
- अरब सागर में स्थित केन्द्र-शासित प्रदेश लक्षद्वीप में अनेक द्वीप शामिल हैं, जो भारत के लिए सामरिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है।
- लक्षद्वीप में इस समय दूरसंचार कनेक्टिविटी उपग्रहों के जरिए प्रदान की जा रही है, लेकिन यहां उपलब्ध बैंडविड्थ की क्षमता मात्र 1 जीबीपीएस है।
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