निसर्ग ग्राम
- 05 Dec 2020
आयुष मंत्रालय ने पुणे में 'निसर्ग ग्राम' परिसर को प्राकृतिक चिकित्सा (नेचुरोपैथी) के 21वीं शताब्दी के आवास के रूप में विकसित करने की घोषणा की है।
महत्वपूर्ण तथ्य: पुणे के पास उरुली कंचन गांव में ‘निसर्ग उपचार’ आश्रम में महात्मा गाँधी के 1946 के प्रसिद्ध प्राकृतिक उपचार अभियान की याद दिलाते हुए, राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान (एनआईएन), पुणे के आगामी नए परिसर को ‘निसर्ग ग्राम’ कहा जाएगा।
- बापू भवन में स्थित एनआईएन के वर्तमान परिसर से 15 किमी. की दूरी पर स्थित नया संस्थान भविष्य के लिए तैयार होगा, जिसमें परियोजना में और प्राकृतिक उपचार पाठ्यक्रमों के करिक्युलम में में कई नयी चीजें और नवोन्मेष शामिल होंगे।
राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान: एनआईएन, पुणे, आयुष मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त निकाय है।
- संस्थान को ‘ऑल इंडिया नेचर क्योर फाउंडेशन’ कहा जाता था और 1945 में महात्मा गांधी के नेतृत्व में उसी परिसर में स्थापित किया गया था, जहां इस समय एनआईएन काम करता है।
- बाद में इसे केंद्र सरकार ने अपने अधीन ले लिया और इसे वर्तमान राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान का रूप दिया गया।
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