लक्ष्मी विलास बैंक संकट
- 01 Dec 2020
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 25 नवंबर, 2020 को घाटे में चल रहे लक्ष्मी विलास बैंक लिमिटेड (एलवीबी) के डीबीएस बैंक इंडिया लिमिटेड (डीबीआईएल) में विलय की योजना को मंजूरी दे दी।
- जमाकर्ताओं के हित की रक्षा और वित्तीय एवं बैंकिंग स्थिरता के हित में, बैंकिंग विनियमन कानून, 1949 की धारा 45 के तहत आरबीआई के आवेदन पर विलय की यह योजना बनाई गई है।
- नवंबर 2020 में भारतीय रिजर्व बैंक ने तमिलनाडु के निजी क्षेत्र के लक्ष्मी विलास बैंक (Lakshmi Vilas Bank) पर एक महीने के लिए कई तरह की पाबंदियां लगा दी तथा बोर्ड को हटा दिया तथा बैंक को स्थगन के तहत रखा है।
- ग्राहक अब 16 दिसंबर तक बैंक से अधिकतम 25 हजार रुपये की ही निकासी कर सकेंगे।
- लक्ष्मी विलास बैंक की स्थापना 1926 में करूर में सात व्यापारियों के एक समूह ने वी.एस.एन. रामलिंग चेट्टियार के नेतृत्व में की थी।
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