पृथ्वी निगरानी उपग्रह ‘EOS- 01’
- 09 Nov 2020
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) द्वारा भारत के ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान की 51वीं उड़ान (PSLV-C49) में 7 नवंबर, 2020 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से नौ विदेशी उपग्रहों के साथ ‘पृथ्वी निगरानी उपग्रह’ (Earth Observation Satellite) ‘EOS- 01’ को प्रक्षेपित किया गया।
महत्वपूर्ण तथ्य: 11 दिसंबर, 2019 को RISAT-2BR1 के प्रक्षेपण के बाद से यह ISRO का पहला मिशन है।
- हालांकि इसरो द्वारा इस वर्ष जनवरी में एक संचार उपग्रह जीसैट- 30 को भी अंतरिक्ष में भेजा गया था, किंतु इस उपग्रह को फ्रेंच गुयाना एरियन रॉकेट द्वारा प्रक्षेपित किया गया था।
- EOS-01 एक पृथ्वी निगरानी उपग्रह (Earth Observation Satellite) है।
- EOS-01 एक अन्य रडार इमेजिंग सैटेलाइट (Radar Imaging Satellite–RISAT) है, यह पिछले साल प्रक्षेपित किये गए RISAT-2B और RISAT-2BR1 उपग्रहों के साथ मिलकर काम करेगा।
- EOS-01 के प्रक्षेपण के बाद से सभी पृथ्वी निगरानी उपग्रहों को EOS – सीरीज के नाम से जाना जाएगा।
- पृथ्वी निगरानी उपग्रहों का उपयोग का उपयोग, भूमि एवं वन मानचित्रण तथा निगरानी, जल एवं खनिज या मछलियां आदि संसाधनों का मानचित्रण, मौसम और जलवायु निगरानी, मृदा-परीक्षण, भू-स्थानिक समोच्च मानचित्रण आदि कार्यों हेतु किया जाता है।
- लिथुआनिया (1), लक्समबर्ग (4) और यूएसए (4) के नौ ग्राहक उपग्रहों को न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) के साथ एक वाणिज्यिक व्यवस्था के तहत लॉन्च किया गया।
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