भारत म्यांमार को सौंपेगा सिंधुवीर पनडुब्बी
- 17 Oct 2020
विदेश मंत्रालय ने 15 अक्टूबर, 2020 को घोषणा की कि भारत 'किलो क्लास पनडुब्बी' (Kilo class submarine) आईएनएस सिंधुवीर को म्यांमार नौसेना को सौंपेगा। यह म्यांमार नौसेना की पहली पनडुब्बी होगी।
महत्वपूर्ण तथ्य: यह भारत की 'क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास- सागर' (Security and Growth for All in the Region- SAGAR) की दृष्टि के अनुसार और भारत के सभी पड़ोसी देशों में क्षमता और आत्मनिर्भरता का निर्माण करने की प्रतिबद्धता के अनुरूप है।
- 1980 के दशक में सोवियत संघ से खरीदी गई पनडुब्बी का विशाखापत्तनम में हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड (HSL) में आधुनिकीकरण किया गया है।
- सिंधुवीर 1988 में भारतीय नौसेना में शामिल हुआ। आईएनएस सिंधुवीर (S58) भारतीय नौसेना की एक 'सिंधुघोष श्रेणी' की किलो-क्लास डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बी है।
- पनडुब्बी में 3,000 टन भार के विस्थापन, अधिकतम 300 मीटर की गहराई तक जाने तथा 18 समुद्री मील की गति क्षमता है। सिंधुघोष श्रेणी की पनडुब्बियां 53 प्रशिक्षित चालक दल के साथ 45 दिनों तक निरंतर संचालन में सक्षम हैं।
- 2019 में भारत ने एक रक्षा सौदे के हिस्से के रूप में म्यांमार को एक उन्नत टारपीडो 'शायना' की आपूर्ति की थी।
- भारत और म्यांमार उत्तर-पूर्वी राज्यों अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, और मिजोरम के सहारे 1,643 किमी. की स्थलीय सीमा साझा करते हैं।
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