अफ्रीका के बाहर सबसे पुराने बंदर के जीवाश्म की खोज
- 15 Oct 2020
अक्टूबर 2020 में वैज्ञानिकों ने चीन में दक्षिण-पूर्वी युनान प्रांत में एक लिग्नाइट की खदान से एकत्र किए गए नमूने में अफ्रीका के बाहर बंदरों के सबसे पुराने जीवाश्मों की खोज की है, जो लगभग 6.4 मिलियन साल पहले रहते थे।
महत्वपूर्ण तथ्य: जर्नल ऑफ ह्यूमन इवोल्यूशन’ में प्रकाशित इस अध्ययन में पाया गया कि यह पूर्वी एशिया के कई जीवित बंदरों के पूर्वज हो सकते हैं। एशिया में यह बंदर उसी स्थान पर उसी समय प्राचीन वानरों (Apes) के साथ पाये जाते थे।
- खदान के पास में निचले जबड़े और जांघ की हड्डियां भी पाई गई, जो उसी प्रजाति की थी। वैज्ञानिकों ने एक बाएं एड़ी की हड्डी 'कैल्केनस' को भी उजागर किया, जो कि बंदर की एक ही प्रजाति 'मेसोपिथेकस पेंटेलिकस' (Mesopithecus pentelicus) से संबंधित है।
- निचले जबड़े की हड्डी और पैर की हड्डी के ऊपरी हिस्से से संकेत मिलता है कि यह मादा बंदर थी।
- वैज्ञानिकों का मानना है कि ये बंदर पेड़ों और जमीन पर चलने में सक्षम (हरफनमौला) थे, और उनके दांतों ने संकेत दिया कि वे कई प्रकार के पौधों, फलों और फूलों को खा सकते थे, जबकि वानर ज्यादातर फल खाते हैं।
- ये उच्च गुणवत्ता वाला भोजन खा सकते थे और भोजन को किण्वित करके बाद में वसायुक्त अम्ल का उपयोग करके पर्याप्त ऊर्जा प्राप्त कर सकते थे।
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