चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार 2020
- 14 Oct 2020
5 अक्टूबर, 2020 को 'हेपेटाइटिस सी वायरस' की खोज के लिए ‘शरीर क्रिया विज्ञान या चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार 2020’ हार्वे जे ऑल्टर (अमेरिका), माइकल हॉटन (ब्रिटेन) चार्ल्स एम. राइस (अमेरिका) को संयुक्त रूप से प्रदान करने की घोषणा की गई।
- इनकी खोज ने रक्त-जनित हेपेटाइटिस के एक प्रमुख स्रोत की व्याख्या करने में मदद की, जिसे हेपेटाइटिस ‘ए’ और ‘बी’ वायरस द्वारा नहीं समझाया जा सकता।
- यह पुरस्कार 'कारोलिंस्का इंस्टीट्यूट में नोबेल असेंबली स्टॉकहोम, स्वीडन' द्वारा दिया जाता है।
- हेपेटाइटिस 'सी' एक रक्त जनित वायरस है और हेपेटाइटिस सी रोग का कारण बनता है जो यकृत को प्रभावित करता है।
- हेपेटाइटिस यकृत की सूजन है। यह स्थिति स्व-सीमित हो सकती है या फाइब्रोसिस (निशान), सिरोसिस या यकृत कैंसर तक बढ़ सकती है। 5 मुख्य हेपेटाइटिस वायरस हैं, जिन्हें ‘ए’, ‘बी’, ‘सी’, ‘डी’ और ‘ई’ प्रकार के रूप में संदर्भित किया जाता है।
- हेपेटाइटिस 'ए' और 'ई' आमतौर पर दूषित भोजन या पानी के अंतर्ग्रहण के कारण होते हैं। हेपेटाइटिस 'बी' और 'डी' वायरस संक्रामक रक्त, वीर्य और शरीर के अन्य तरल पदार्थों के संपर्क से फैलता है।
- हेपेटाइटिस ‘ए’, ‘बी’, ‘डी’ और ‘ई’ के लिए वैक्सीन उपलब्ध है, लेकिन हेपेटाइटिस ‘सी’ के लिए कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार दुनिया भर में 7 करोड़ से अधिक हेपेटाइटिस रोगी हैं, जिनमें से हर वर्ष 4 लाख लोगों की मृत्यु हो जाती है।
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