इंडिया पीवी एज-2020
- 08 Oct 2020
( 06 October, 2020, , www.pib.gov.in )
नीति आयोग, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय तथा इन्वेस्ट इंडिया ने 6 अक्टूबर, 2020 को विश्वभर के पीवी उद्योग के लिए भारत में अवसर के बारे में सूचित करने के उद्देश्य से सौर फोटोवोल्टिक (पीवी) के विनिर्माण पर आधारित एक संगोष्ठी ‘इंडिया पीवी एज-2020’ (India PV Edge-2020) आयोजित की।
महत्वपूर्ण तथ्य: इस कार्यक्रम में भारत को सफल प्रौद्योगिकियों के साथ सौर पीवी विनिर्माण के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने और स्थानीय तथा वैश्विक कंपनियों द्वारा गीगा-स्केल कारखानों को स्थापित करने के लिए एक प्रणाली उपलब्ध करने की क्षमता पर चर्चा की गई।
- अत्याधुनिक गीगा-स्केल सौर विनिर्माण तीन स्तंभों पर आधारित है- अभिनव पीवी रसायन विज्ञान; कस्टम-इंजीनियर उन्नत उत्पादन उपकरण द्वारा विनिर्माण; और विशेष ग्लास और कोटिंग जैसे अभिनव घटकों का उपयोग।
- अक्षय ऊर्जा निवेश के वातावरण तथा सौर ऊर्जा के क्षेत्र में भारत की महत्वाकांक्षा में अवसरों एवं देश की मजबूत प्रेरणा पर प्रकाश डाला गया।
- भारत में अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी सौर ऊर्जा की स्थापित क्षमता है। यह ऐसे कुछ देशों में से एक है, जो अपने तीन प्रमुख राष्ट्रीय निर्धारित योगदान (एनडीसी) लक्ष्यों को पूरा करने की स्थिति में है, जैसे- वर्ष 2030 तक, 40% गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित विद्युत क्षमता प्राप्त करना, उत्सर्जन में 30-35% कमी लाना और 2.5 से 3 अरब टन कार्बन डाइऑक्साइड का कार्बन सिंक तैयार करना।
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