भारत में गैंडा संरक्षण प्रयास
- 23 Sep 2020
( 22 September, 2020, , www.pib.gov.in )
22 सितंबर, 2020 को विश्व गैंडा दिवस के अवसर पर वर्चुअल माध्यम में आयोजित कार्यक्रम आयोजित किया गया। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अनुसार भारत ने अपने गैंडों का संरक्षण सफलतापूर्वक किया है।
महत्वपूर्ण तथ्य: बीसवीं सदी के आखिर में विलुप्ति के कगार पर पहुँच गए एक सींग और विशाल आकार वाले गैंडों की संख्या उस समय महज 200 के आसपास रह गई थी।
- संरक्षण के आवश्यक उपाय करने से इस समय भारत में एक सींग वाले गैंडों की कुल संख्या का 75% तीन प्रमुख राज्यों असम, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में है।
- मंत्रालय द्वारा गंभीर रूप से लुप्तप्राय प्रजातियों के लिए रिकवरी कार्यक्रम के लिए पहचानी जाने वाली 21 प्रजातियों में एक-सींग वाला गैंडा भी है। वर्तमान में आईयूसीएन द्वारा इसे ‘अतिसंवेदनशील’ श्रेणी में रखा गया है।
- मंत्रालय ने भारतीय गैंडों के लिए 'राष्ट्रीय संरक्षण रणनीति' भी शुरू की है। इंडियन राइनो विजन (आईआरवी) 2020 कार्यक्रम के तहत इस प्रजाति का वितरण बढ़ाने पर भी काम किया जा रहा है।
- विश्व धरोहर स्थल ‘मानस राष्ट्रीय उद्यान’ में एक वन से दूसरे वन में गैंडों के आदान-प्रदान का प्रयास सफल रहा है।
- विश्व गैंडा दिवस का उद्देश्य जंगली जीवों की इस प्रजाति के संरक्षण और इसके प्रवास के महत्व को उल्लेखित करना है।
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