जर्मनी ने लॉन्च की हिन्द-प्रशांत रणनीति
- 07 Sep 2020
यूरोपीय संघ के वर्तमान अध्यक्ष जर्मनी ने 2 सितंबर, 2020 को भारत के साथ अपनी हिन्द-प्रशांत रणनीति लॉन्च की।
महत्वपूर्ण तथ्य: व्यापार मार्गों को आक्रामक चीन से सुरक्षित रखने के लिए यह कदम उठाया गया है।
- फ्रांस के बाद हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए औपचारिक रणनीति तय करने वाला जर्मनी दूसरा देश बन गया है।
- रणनीति ने उन संस्थानों के साथ संवाद शुरू करने का सुझाव दिया, जहां भारत एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है- जैसे बिम्सटेक और हिंद महासागर रिम एसोसिएशन।
- यह इस क्षेत्र में व्यापार और समुद्री सुरक्षा के क्षेत्रों के साथ ही साथ आपदा जोखिम प्रबंधन में कार्य करेगा।
- जर्मनी हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भागीदारों के साथ मिलकर नियम-आधारित व्यवस्था बनाए रखने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा सुधारों के लिए भारत और जापान के साथ सहयोग करेगा।
हिन्द-प्रशांत रणनीति लॉन्च करने का कारण: विश्व के 90% से अधिक विदेशी व्यापार समुद्र द्वारा संचालित किए जाते हैं, जिसका एक बड़ा हिस्सा हिंद महासागर और प्रशांत महासागर के माध्यम से होता है। विश्व का 25% समुद्री व्यापार मलक्का जलडमरूमध्य से होकर गुजरता है।
- हिंद महासागर और दक्षिण चीन सागर के बीच प्रति दिन 2000 से अधिक जहाजों का परिवहन होता है। इन समुद्री व्यापार मार्गों में व्यवधान यूरोप से और यूरोप तक आपूर्ति श्रृंखलाओं को प्रभावित करेगा।
- जर्मनी में लाखों नौकरियां इन व्यापार और निवेश संबंधों पर निर्भर करती हैं।
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