विश्व स्वास्थ्य संगठन का ऐतिहासिक महामारी समझौता

  • 22 Apr 2025

हाल ही मेंविश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के सदस्य देशों ने महामारी की रोकथाम, तैयारी और प्रतिक्रिया के लिए एक कानूनी रूप से बाध्यकारी अंतरराष्ट्रीय समझौते पर सहमति बनाई। यह समझौता मई 2025 में होने वाली WHO की विश्व स्वास्थ्य सभा में अनुमोदन के लिए प्रस्तुत किया जाएगा।

प्रमुख तथ्य :

  • पैथोजन एक्सेस और लाभ-साझाकरण प्रणाली (PABS): यह प्रणाली विकासशील देशों को उनके साझा किए गए पैथोजन नमूनों और जीनोम डेटा के आधार पर विकसित दवाओं, वैक्सीन और निदान तक पहुंच सुनिश्चित करती है।
  • फार्मास्युटिकल कंपनियों की प्रतिबद्धताएं: महामारी के दौरान उत्पादित दवाओं, वैक्सीन और निदान का कम से कम 20% WHO को उपलब्ध कराना होगा, जिसमें 10% दान के रूप में होगा।
  • तकनीकी हस्तांतरण: तकनीकी हस्तांतरण "स्वैच्छिक और पारस्परिक सहमति से" होगा, जिससे विकासशील देशों को अपनी दवाएं और वैक्सीन स्वयं बनाने में सक्षम बनाया जाएगा।
  • भारत की भूमिका: भारत WHO का एक महत्वपूर्ण सदस्य है और इस समझौते में भारत की भागीदारी वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा को मजबूत करने में सहायक हो सकती है।
  • अमेरिका की स्थिति: अमेरिका इस समझौते का हिस्सा नहीं है क्योंकि उसने जनवरी 2025 में WHO से बाहर निकलने की घोषणा की थी, जिससे यह समझौता अमेरिका पर लागू नहीं होगा।